कहीं अभिषेक, कहीं विवाह, कहीं नेवैद्य तो कहीं महाआरती की धूम
देव जागरण पर आयोजनों की दीप मालिका
मक्रवाहिनी में अभिषेक
देव मंदिरों में आज सुबह से ही आयोजन शुरू हो गए थे।
मक्रवाहिनी मंदिर में होने वाली महाआरती की तैयारियों
सुबह से ही जारी थी। सुबह सुबह 108 लाप्त कमाल से
मां मक्रवाहिनी का महाअभिषेक किया जाता है। इसके
बाद दिन घर के अनुष्ठान शुरू हो गए। रात को शहर के
चारों दिशाओं से आरतियां आकर महाआरती में शामिल
होगी। मंदिर की बहुचर्चित महाआरती की व्यवस्था से
जुड़े कल्ली तिवारी ने बताया कि शाम को 51 हजार
दीपों से मैया की महाआरती सभी संस्थाओं के सहयोग
से की जावेगी।
शिव नगर स्थित श्यामाश्याम धाम में सुबह से आयोजनों की धूम रही। सुबह ग्यारस की परंपरानुसार विशाल
प्रभात फेरी निकली। जिसमें रथ पर भगवान विराजमान हुए। पूरे रास्ते भजन-कीर्तन चलता रहा। धाम से जुड़ी
सविता नंदनवार ने बताया शिवधाम में सारे
आयोजन धामेश्वरी देवी के सानिध्य में होते
हैं। इसी क्रम में आज माता तुलसी और
भगवान शालिगराम का विवाह हुआ। बताया
गया कि पंचम मूल जगत गुरुम श्री कृपालु
जी महाराज द्वारा निर्धारित प्रेम मार्ग के तहत
यहां वर्ष भर आयोजन होते हैं, जिसमें दूर-दूर
से आए भक्त भगवान ओकृष्ण और राधारानी
के प्रेम में डूबे रहते हैं। आज सुबह हुए
आयोजन में सोनेलाल सोनी, रामवरण सोनी,
ओम मेहरा, ममता शर्मा, मिथलेश साहू
आदि उपस्थित रहें। श्री बड़ी खेरमाई मंदिर
भानतलैया में 5100 आज शाम दीपों का
दीपोत्सव मनाया जाएगा।
देवप्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर श्रद्धा में डूबे शहर में आज अनेक आयोजन हो रहे हैं। घरों से लेकर बाजार तक उत्सव की आभा देखी जा रही है। चूंकि ये देवताओं के जागने का दिवस है, इस कारण आज से मांगलिक आयोजनों का श्रीगणेश भी हो जाता है। इस बार शुक्र अस्त के कारण अभी तुरंत विवाह मुहूर्त नहीं है, लेकिन शेष मांगलिक कार्यों का आयोजन आज से प्रारंभ हो जायेगा। इसमें उपनयन, कर्णछेदन, ग्रहप्रवेश, नामकरण सहित कई संस्कार शामिल हैं।
घरों में सुबह से तैयारी
ग्यारस की पूजा की तैयारियां घरों में सुबह से ही शुरू हो गई। आज के दिन साधक उपवास रखते हैं। एवं प्रकृति प्रदत्त नवीनतम नैवेद्य का भोग लगा कर ही व्रत खोलते हैं। घर-घर तुलसी- शालिगराम का विवाह होगा। कई जगह सार्वजनिक रूप से भी तुलसी-शालिगराम विवाह की रस्में पूर्ण कराई जायेंगी। बाजार में आज पूजा में लगने वाले गाते, फल, पूजन, आतिशबाजी
आदि की खरीदारी का दौर जारी रहा। बाजारों में
आज पर्व की खरीदारी की धूम रही।
श्यामा श्याम धाम में संकीर्तन