thakur devknandan – The Prapanch https://www.theprapanch.com India's Top News Portal Sat, 18 May 2024 04:56:22 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 https://www.theprapanch.com/wp-content/uploads/2024/04/cropped-Screenshot_9-32x32.jpg thakur devknandan – The Prapanch https://www.theprapanch.com 32 32 श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का अथाह भंडार: देवकीनंदन ठाकुर https://www.theprapanch.com/shrimad-bhagwat-katha-is-a-vast-store-of-knowledge-devkinandan-thakur/ https://www.theprapanch.com/shrimad-bhagwat-katha-is-a-vast-store-of-knowledge-devkinandan-thakur/#respond Sat, 18 May 2024 04:55:30 +0000 https://www.theprapanch.com/?p=1069 जब जीव के जन्मजन्मांतर के पुण्यों का उदय होता है, तब उसे भागवत कथा के श्रवण का सौभाग्य मिलता है। भागवत कथा ज्ञान का अथाह भंडार है, जिसकी कोई सीमा नहीं है।]]>

 

 

पाटन। जब जीव के जन्मजन्मांतर के पुण्यों का उदय होता है, तब उसे भागवत कथा के श्रवण का सौभाग्य मिलता है। भागवत कथा ज्ञान का अथाह भंडार है, जिसकी कोई सीमा नहीं है। यह विचार वृंदावन से पधारे विश्व िवख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने पाटन के पवई धाम में श्री शिवसमाराध महायज्ञ के दौरान आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान व्यक्त िकए। उन्होंने कहा िक श्रीमद् भागवत कथा में वह विज्ञान है, जिसकी खोज आज का विज्ञान नहीं कर पाया है। भागवत जी में भूगोल, खगोल, अंतरिक्ष, तीर्थ, वनस्पतियों का वर्णन है।

कथा व्यास देवकी नंदन ठाकुर जी ने कहा िक भागवत कथा के श्रवण से जीव के अंदर ज्ञान, भक्ति और वैराग्य जागृत होते हैं। बिना भक्ति के मनुष्य का जीवन शून्य होता है। उन्होंने कहा िक श्रीमद् भागवत के श्रवण से धुंधकारी जैसे पापाचारी का भी उद्धार हो गया। इसलिए सभी को भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। उन्होंने सभी से अपने बच्चों को भागवत कथा में लाने का आग्रह भी िकया। व्यासपीठ का पूजन मुख्य यजमान पं. जितेन्द्र पचौरी, आयोजन अध्यक्ष हरिकृष्ण पचौरी, कोषाध्यक्ष श्याम मनोहर पचौरी, आयोजन प्रभारी सर्वेश पटेल, यज्ञ यजजमान राकेश पाण्डे बाम्बे, डॉ राजेश पचौरी ने किया। कथा के पूर्व आयोजक महेन्द्रानंद महाराज ने संबोधित करते हुए कहा िक संसार में सबसे दुर्लभ भगवान की कथा है। वह व्यक्ति सबसे बड़ा दानी होता है, जो भागवत कथा का दान करता है। गोपियों ने भी कहा है िक वही सबसे बड़ा दान है जो भक्ति का दान करते हैं। महेन्द्रानंद महाराज ने सभी से आयोजन में शामिल होने की अपील भी की।

अग्नि स्थापना से यज्ञ प्रारंभ
पवईधाम में शुभ मुहूर्त पर अग्नि स्थापना के साथ श्री शिवसमाराधन महायज्ञ आरंभ हुआ। इस सौ से भी अधिक यजमानों ने आहुति दी। यज्ञ के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे। यज्ञ स्थल पर मेले जैसा नजारा रहा। पहले दिन भी श्रद्धालुओं की संख्या इतनी रही िक पैर रखने तक की जगह नहीं रही। बड़ी संख्या में लोगों ने प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन कर हनुमान जी महाराज के जयकारे लगाए।

शोभायात्रा निकली, गूँजे जयकारे
कथा के पूर्व दोपहर में एमआरफोर रोड स्थित शेखर राजा सराफ के निवास से कथाव्यास देवकी नंदन ठाकुर महाराज के सान्निध्य में शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा का नुनसर, जरोंद सहित उड़ना में ब्रजेश बादल,मुकुल पचौरी,राजेंद्र श्रुति कान्हा ने भी स्वागत किया अन्य ग्रामों में भी जाेरदार स्वागत हुआ। यात्रा सीधे पाटन पहुँची, जहाँ उदयभान सिंह ठाकुर के नेतृत्व में राकेश सिंह ठाकुर, आनंद मोहन पलहा, सचिन गुरु, संजय गुरु सहित अन्य ने भव्य स्वागत िकया। पाटन भ्रमण के बाद शोभायात्रा पथौरा होते हुए कथा स्थल पहुँची।

]]>
https://www.theprapanch.com/shrimad-bhagwat-katha-is-a-vast-store-of-knowledge-devkinandan-thakur/feed/ 0