सत्तू  (roasted gram flour ) से रखें गर्मियों  सेहत का ध्यान

सत्तू क्या होता है ? ( What is Sattu ?) 

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सत्तू  (roasted gram flour ) से रखें गर्मियों  सेहत का ध्यान

सत्तू क्या होता है ? ( What is Sattu ?) 

सत्तू  एक देसी व्यंजन है जो भूने हुए जौ मक्का और चने को पीस कर बनाया जाता है। मुख्यतः यह  बिहार में काफी लोकप्रिय है और अब भारत के कई घरों में बड़े स्वाद के साथ खाया जाता है ।
सत्तू कई  तरह  से इस्तेमाल में आता है।   प्रायः यह चूर्ण के रूप में रहता है जिसे पानी में घोल कर  या अन्य रूपों में पिया अथवा खाया जाता है।  गर्मी के दिनों में चना सत्तू का सेवन सेहत के लिए बेहतरीन माना गया है। इससे लू लगने का खतरा कम हो जाता है क्योंकि यह शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। सत्तू गर्मियों में होने वाली मौसमी बीमारियों से दूर करने में मदद करता है।

सबसे अच्छा सत्तू कौन सा होता है ?
कई सामग्रियों से सत्तू बनाया जा सकता है। इनमें जौ ज्वार और चने का सत्तू सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है

सत्तू खाने से क्या लाभ होता है ?
चने का सत्तू जहां फाइबर आयरन और प्रोटीन जैसे तत्वों से भरपूर होकर शरीर में पोषण की कमी पूरी करने में मदद करता है वहीं पेट को ठंडी रखकर सत्तू शरीर को गर्मी के कहर से भी बचाने में असरदार है।

सत्तू कब नहीं खाना चाहिए
सत्तू की तासीर ठंडी होती है इसे खाने के बाद लोगों को प्यास काफी ज्यादा लगती है ऐसे में वातदोष से पीड़ित व्यक्ति को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। सत्तू रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर सकता है इसलिए लो ब्लड शुगर वालों को इसका सेवन अधिक नहीं करना चाहिए।

गर्मियों में सत्तू से बनाएं बेहतरीन रेसिपीज
सत्तू प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत है और यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। अगर आपको बार.बार भूख लगती है तो सत्तू बेस्ट ऑप्शन हैए इसे खाने या इसका शरबत पीने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है।

सत्तू के पराठे :- 
गर्मियों में आप सत्तू पराठे को ब्रेकफास्ट या फिर डिनर किसी में भी बना सकती हैं। ये सेहत के लिए काफी हेल्दी माने जाते हैं। आइए जानें इसे बनाने की आसान विधि के बारे में.

सत्तू पराठा की सामग्री.
500 ग्राम गेहूं का आटा
250 ग्राम चना सत्तू
1 प्याज ; बारीक कटी हुई
2 हरी मिर्च ;बारीक कटी हुई
4 लहसुन की कलियां ;बारीक कटी हुई
1 टीस्पून कलौंजी
1 टीस्पून अजवाइन
1 टी स्पून अचार का मसाला व तेल
तेल या घी जरूरत अनुसार  नमक स्वादानुसार
विधि – सबसे पहले एक बाउल में गेहूं का आटा निकाल लें और उसमें स्वादानुसार नमक , थोड़ा कलौंजी और थोड़ा अजवाइन मिला दें। फिर इसमें पानी डालते हुए परफेक्ट डो बना लें और इसे सेट होने के लिए रख दें।
जब तक आटा का डो सॉफ्ट होता है तब तक सत्तू की स्टफिंग तैयार कर लें।
इसके लिए एक बाउल में सत्तू निकालें और उसमे
1 प्याज ; बारीक कटी हुई
2 हरी मिर्च ;बारीक कटी हुई
4 लहसुन की कलियां ;बारीक कटी हुई
1 टी स्पून अचार का मसाला व तेल
तेल या घी जरूरत अनुसार
नमक स्वादानुसार एक मिश्रण तैयार करें !  फिर आटे की लोई ले कर उसे बिच में से  ऊँगली की मदद से थोड़ा प्रेस कर के छोटी कटोरी का आकर दें उसके बाद उसमे सत्तू का मिश्रण भरे फिर लोई को बंद कर के हलके हाथ से बेल का पराठे या रोटी का आकर दें और मीडियम आंच में तवा में पकने दें   दोनों तरफ से अच्छे से पकने के बाद उसमे घी या रिफाइंड आयल से पराठे तैयार करें !
पराठे को अचार  भरता  चटनी के साथ खाया जा सकता है !

सत्तू की लिट्टी:- 

सत्तू से आप लिट्टी , लिट्टी चोखा भी बना सकती हैं। इसे आप नास्ते में चोखा व चटनी के साथ सर्व कर सकती हैं। यह डिश ज्यादातर बिहार में खाई जाती हैं।

लिट्टी चोखा सामग्री.
आटा –  500 ग्राम
चना सत्तू – 200 ग्राम
अजवाइन – 1 चम्मच
अचार का तेल –  2 चम्मच
प्याज. 1 – बारीक कटी हुई
हरी मिर्च –  4.6 ;बारीक कटी हुई
लहसुन की कलियां – 10.12 ;बारीक कटी हुई
नमक – स्वादानुसार
विधि – सबसे पहले एक बाउल में आटा निकालें और उसमें थोड़ा नमक डालकर पानी मिलाते हुए टाइट गूंथ लें।
स्टफिंग बनाने के लिए चना सत्तू में अजवाइन,  अचार का तेल, हरी मिर्च,  लहसुन की कलियां,  प्याज और नमक डालें और अच्छे से मिक्स करें।
अब गूंथे हुए आटे की लोईयां बनाकर उसमें सत्तू मिक्स की स्टफिंग करें और गोल – गोल आकार में बना लें।
अब इसे हलके आंच में तवा या का कढ़ाई में पकाएं अगर आपके पास कोयले के अंगीठी है तो उसमे धीमे धीमे  पकाएं ! पकने में बाद उसे बिच से तोड़ कर उसमे घी डालें भरता या चटनी के साथ खा कर आनंद ले!

 

सत्तू का नमकीन शरबत:- 

सामग्री
चने का सत्तू – आधा कप
पोदीना के पत्ते  – 10
नीबू का रस-  2 चम्मच
हरी मिर्च  – आधी
भुना जीरा – आधा छोटी चम्मच
काला नमक  – स्वादानुसार या आधा छोटी चम्मच
नमक –  एक चौथाई चम्मच या स्वादानुसार

विधि – पोदीना के पत्ते धोइये 2 पत्ते साबुत छोड़ कर सारे पत्ते बारीक काट लीजिये ! हरी मिर्च को बारीक काट लीजिये हरी मिर्च को कम तीखा खाते हैं तब अपने हिसाब से कम कर लीजिये।
सबसे पहले सत्तू में थोड़ा सा ठंडा पानी डालकर गुठलियां ख़त्म होने तक घोल लीजिये और अब 1 कप पानी मिला दीजिये घोल में काला नमक,  सादा नमक, हरी मिर्च , पोदीना की पत्तियां,  नीबू का रस और भुना जीरा पाउडर डाल कर मिला दीजिए सत्तू का नमकीन शर्बत तैयार है।
सत्तू के नमकीन शर्बत को गिलास में डालिये और पोदीना की साबुत पत्ती डालकर सजा दीजिए शर्बत को और अधिक ठंडा करने के लियेए 3.4 बर्फ के टुकड़े तोड़कर डाल कर मिलाये जा सकते हैं।
गर्मी के मौसम में रोजाना 1 .2 गिलास सत्तू का नमकीन शर्बत बनाकर पीजियेए ये आपको गर्मी से राहत देगा और लू से भी बचायेगा।

सत्तू के फायदे ( benefits of sattu) 
सत्तू में फाइबर , कार्बोहाईड्रेट,  प्रोटीन,  स्टार्च जैसे healthy nutrients होते हैं। चने का सत्तू गर्मी में पेट की बीमारी होने से बचाता है।
एक दिन में ज्यादा सत्तू नहीं खाना चाहिए। सत्तू सुबह या दोपहर में एक बार ही खाना  चाहिए।
सत्तू को दूध के साथ नहीं लेना चाहिए।
सत्तू खाने या पीने से खून साफ होता है जिससे खून से जुड़ी बीमारियां भी नहीं होती।

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