मॉं नर्मदा के तट जिलहरी घाट में ब्राम्हणों के महापर्व श्रावणी उपाकर्म को संपन्न
इस अवसर पर आचार्य राजेन्द्र शास्त्री, पंडित शारदानंद द्विवेदी, पंडित गौरीशंकर चौबे,पंडित अजय दुबे, पंडित कमलेश शास्त्री, पंडित टेकचन्द शर्मा,
श्री बगलामुखी सिद्ध पीठ शंकराचार्य मठ में श्रावण मास की पूर्णिमा में ब्रह्मचारी श्री चैतन्यानंद जी महाराज श्री के परम सान्निध्य में उपनीत द्विजों के द्वारा मॉं नर्मदा के तट जिलहरी घाट में ब्राम्हणों के महापर्व श्रावणी उपाकर्म को संपन्न कर। शंकराचार्य मठ में सप्तऋषि पूजन संपन्न हुआ ।
इस अवसर पर आचार्य राजेन्द्र शास्त्री, पंडित शारदानंद द्विवेदी, पंडित गौरीशंकर चौबे,पंडित अजय दुबे, पंडित कमलेश शास्त्री, पंडित टेकचन्द शर्मा, पंडित ऋषि, पंडित हरिशंकर , पंडित सुशील एवं आस पास के क्षेत्रीय ब्राह्मण समिलित हुए । श्रावणी उपाकर्म ब्राम्हणों का सबसे महत्त्वपूर्ण पर्व है, इसमें पंचगव्य प्राशन कर हेमाद्रि संकल्प करके वर्ष भर में हमारे द्वारा किए गए ज्ञात अज्ञात पापों का प्रायश्चित करके ऋषि पूजन कर नवीन यज्ञोपवीत धारण किया जाता है। प्रतिवर्ष श्री बगलामुखी सिद्ध पीठ शंकराचार्य मठ में श्रावणी करके सभी विप्र रक्षाबंधन को मनाते है । इसके लिए दूर दूर से ब्राम्हण यहां आते हैं।