जबलपुर में वक्फ की कुल प्रॉपर्टी 233,सबसे ज्यादा अधारताल में!

बिल्कुल ताजातरीन सर्वे में खुलासा हुआ है कि जबलपुर जिले

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जबलपुर में वक्फ की कुल प्रॉपर्टी 233,सबसे ज्यादा अधारताल में!

जिले के तहसीलवार आंकड़े भेजे गये भोपाल, सरकार ने कराया फिजिकल वैरिफिकेशन,शहपुरा तहसील में सबसे कम संपत्तियां

विवेक उपाध्याय
जबलपुर। बिल्कुल ताजातरीन सर्वे में खुलासा हुआ है कि जबलपुर जिले
में वक्फ बोर्ड की कुल संपत्तियों की संख्या है 2 सौ 33। पूरे जिले की सभी तहसीलों की तुलना करें तो बोर्ड की सर्वाधिक संपत्तियां अधारताल तहसील में हैं। सर्वे के बाद सामने आए जिले के आंकड़े भोपाल मुख्यालय भेज दिए गये हैं और पोर्टल पर भी अपडेट कर दिया गया है। जिला प्रशासन की टीम ने बेहद गोपनीय तरीके से इस सर्वे को अंजाम दिया। करीब दो हफ्ते की कवायद के बाद बोर्ड की संपत्तियों का ब्यौरा एकत्रित किया गया। इस रिकॉर्ड की उच्चाधिकारियों ने भी बारीकी से जांच की है।
-किस तहसील में कितनी प्रॉपर्टी
संपत्तियों की तादाद की बात करें तो अधारताल तहसील पहले नंबर पर है। इस तहसील में 92 संपत्तियां वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज हैं। दूसरे नंबर पर है सिहोरा तहसील। यहां 45 प्रॉपर्टी बोर्ड की मिल्कियत हैं। इसी क्रम में रांझी तहसील में 29,पाटन और मझौली तहसील में 15-15,जबलपुर तहसील में 12, पनागर तहसील में 10,गोरखपुर तहसील में 9,कुंडम तहसील में 5 एवं शहपुरा तहसील में 1 प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड के हिस्से में दर्ज है।
-ये संपत्त्यिां भी रिकॉर्ड में ली गयीं
जिला प्रशासन की टीम द्वारा किए गये फिजिकल सर्वे में वे प्रॉपर्टी भी शामिल हैं, जिन पर अतिक्रमण किया गया है। इसके साथ ही निष्क्रांत संपत्ति या विस्थापित संपत्ति (विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए लोगों की संपत्ति) के दायरे में आने वाली प्रॉपर्टी का ब्योरा भी शामिल है। पोर्टल पर वक्फ प्रॉपर्टी के नामांतरण और उस पर किए गए अतिक्रमण के साथ-साथ प्रॉपर्टी के अलगाव, हस्तांतरण, विक्रय की भी जानकारी दर्ज की गयी है। निष्क्रांत संपत्ति, पट्टा की संपत्ति, किराए पर दी गई संपत्ति और शासकीय भूमि से संबंधित जानकारी भी पोर्टल पर अपडेट की जा चुकी है।
-जेपीसी ने मांग भी पूरी डिटेल
संयुक्त संसदीय समिति की दिल्ली में 26 दिसंबर को बैठक हुई थी। इसमें मप्र वक्फ बोर्ड से संबंधित प्रॉपर्टी की 15 बिंदुओं पर जिलेवार जानकारी मांगी गई थी। इसके बाद प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल ने सभी कलेक्टरों और संभागायुक्तों को पत्र
लिखा था। इधर, कलेक्टर दीपक सक्सेना ने अपनी टीम को तत्काल काम पर लगा दिया और तय मियाद पर जानकारी अपडेट कर दी गयी।
सर्वे में ध्यान रखा गया है कि किसी की संपत्ति वक्फ में अनधिकृत रूप से दर्ज न हो और किसी का कब्जा वक्फ की प्रॉपर्टी पर नहीं हो।
-वक्फ बोर्ड ने भी भेजी रिपोर्ट
खबर है कि मप्र वक्फ बोर्ड से भी जेपीसी द्वारा जानकारी मांगी गयी थी। वक्फ बोर्ड ने जबलपुर की संपत्तियों की जानकारी अपने स्तर पर पोर्टल पर अपडेट कर दी है,लेकिन रेवेन्यू से जुड़े बिन्दुओं की जानकारी जिला प्रशासन द्वारा अपडेट की गयी है। वक्फ बोर्ड की ओर से अपनी संपत्तियों की सूची भी रेवेन्यू अफसरों को उपलब्ध कराई गयी थी। हालाकि, वक्फ बोर्ड के नुमाइंदों का कहना है कि राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज वक्फ बोर्ड की जमीनों के खसरे बदले हुये हैं। कुछ नई तहसीलें बन गयी हैं,जिससे रिकॉर्ड इधर-उधर हो गया है।
वर्जन
– रिकॉर्ड अपडेट किया गया
शासन स्तर पर आए निर्देश के बाद हमारी टीम ने वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का सर्वे कर रिकॉर्ड अपडेट कर दिया है। सर्वे के दौरान बोर्ड की अतिक्रमण एवं निष्क्रांत संपत्तियों को भी रिकॉर्ड में लिया गया है। आगे की कार्रवाई भोपाल स्तर पर ही होगी।
दीपक सक्सेना,कलेक्टर

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