तीर्थंकर महावीर को पावापुर से हुआ निर्वाण
मनाया गया मोक्षकल्याणक महोत्सव - आज ज्ञानायतन में होंगे अनुष्ठान
तीर्थंकर महावीर को पावापुर से हुआ निर्वाण
मनाया गया मोक्षकल्याणक महोत्सव – आज ज्ञानायतन में होंगे अनुष्ठान
जबलपुर – संस्कारधानी जबलपुर में चल रहे श्री महावीर स्वामी दिगंबर जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के छठवें दिन सकल जैन समाज, वीतराग विज्ञान मंडल, जैन युवा फेडरेशन एवं त्रिशला महिला मंडल के साथ हजारों जैन बंधुओं ने मोक्षकल्याणक महोत्सव मनाकर तीर्थंकर महावीर भगवान के निर्वाण महोत्सव की खुशियां मनाई।
महोत्सव के मीडिया प्रभारी दीपक राज जैन एवं नितिन जैन ने बताया कि श्री वीर प्रभु को कार्तिक कृष्ण अमावस्या के शुभ दिन प्रातः काल की मंगल बेला पर पावपुर से निर्वाण अर्थात मोक्ष की प्राप्ति हुई, जिसकी खुशी में सौधर्म इंद्र सहित समस्त इंद्र – इंद्राणी, राजा – रानियों सहित श्रावक – श्राविकाओं ने निर्वाण काण्ड पढ़कर मोक्षकल्याणक का प्रतीक निर्वाण लाडू समर्पित किया ओर विश्व शांति की मंगल भावना के साथ सुखी रहे सब जीव जगत के ऐसी मंगल भावना व्यक्त की।
श्री जिनेन्द्र शौभायात्रा निकली –
श्री वीर प्रभु के निर्वाण के पश्चात प्रतिष्ठाचार्य रजनीभाई दोशी, निर्देशक पं. अभयकुमार शास्त्री एवं संयोजक पं. विराग शास्त्री के मार्गदर्शन श्रीजी, मां जिनवाणी एवं आचार्य भगवन्तों के पावन चरण लेकर विशाल शौभायात्रा निकाली गई जो मंगलगान करते हुए नवीन जिनालय धर्मायतन पहुंची जहां सौभाग्यशाली परिवारों द्वारा मानस्तंभ सहित वेद पर मनोहारी जिनबिम्बों की स्थापना कर मां जिनवाणी सहित आचार्य भगवन्तों के पावन चरण विराजमान किए गए पश्चात शिखर पर स्वर्ण ध्वजाओं सहित मंगल कलश की स्थापना कर जिनालय का उदघाटन कर परम पवित्र जिनशासन की मंगल प्रभावना की गई।
आज ज्ञानायतन में होंगे अनुष्ठान –
मंडल अध्यक्ष अशोक जैन एवं फेडरेशन अध्यक्ष संजय जैन ने बताया कि आज शनिवार 8 फरवरी को पाटन रोड करमेंता के ग्रीनबेली स्कूल प्रांगण में बने सुंदर श्री आदिनाथ दिगंबर जिनालय ज्ञानायतन में विविध अनुष्ठान संपन्न होंगे जिसका शुभारंभ प्रातः 7 बजे से जिनबिम्ब प्रक्षालन, 08.00 से श्री जिनेन्द्र शोभायात्रा, 08.45 से ध्वजारोहण एवं जिनमंदिर उद्घाटन, 09.00 से मंगल विधान, 10.30 से शास्त्र स्वाध्याय, 11.15 से जिनबिम्ब विराजमान विधि एवं 12.15 से साधर्मी वात्सल्य भोजन का आयोजन रखा गया है जिसमें सम्मिलित होकर धर्म लाभ लेने की अपील सकल जैन समाज से महोत्सव समिति द्वारा की गई है।
सादर प्रकाशनार्थ 07,02,2025