सरकार पर दबाव बनाने ‘शिक्षा माफिया’ ने नहीं खोले स्कूल …!

सीबीएससी कलैंडर का खुला उल्लंघन

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जबलपुर,राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा स्कूलों पर की गई सख्त कार्यवाही से शिक्षा माफिया तिलमिलाया हुआ है। यही कारण है कि अब कुछ निजी स्कूल संचालकों ने संगठन बनाकर राज्य सरकार पर दबाव बनाने का खेला शुरू कर दिया है। सीबीएससी और राज्य स्कूल शिक्षा विभाग के निर्धारित शैक्षणिक कलैंडर के हिसाब से आज 18 जून से स्कूल खोले जाने थे, लेकिन निजी स्कूल प्रबंधन ने अंतिम समय में अपनी सोची समझी रणनीति के तहत कदम पीछे खींच लिए। प्रबंधन ने अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज भेज स्कूल 18 जून से नहीं खोले जाने की सूचना दे दी। यह संचालकों की रणनीति का ही हिस्सा है कि अभिभावकों को भेजे गए मैसेज में यहीं कहीं भी नहीं लिखा गया है कि स्कूल क्यों नहीं खोले जा रहे हैं। वहीं स्कूल कब से खुलेंगे यह भी उल्लेखित नहीं हैं। लेकिन अंदर खाने चल रही चर्चाओं को सही मानें तो शहर के कुछ बड़े स्कूल संचालकों का संगठन सरकार को घुटना टेक कराने की नीयत से ऐसा कर रहा है। स्वभाविक बात है कि स्कूल नहीं खुलेंगे तो अभिभावक परेशान होंगे और जिला प्रशासन व सरकार पर दबाव बढ़ेगा।
खबर यह भी है कि कुछ मिशनरी स्कूल प्रबंधन की पिछलों दिनों दिल्ली में हुई एक गुप्त बैठक के बाद स्कूल नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है। इस बैठक में शहरों के स्कूल संचालक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जोड़ा
गया था। इस बैठक में उन स्कूल प्रबंधनों को भी शामिल किया गया था। जो फिलहाल किसी भी जांच में नहीं उलझे हैं, लेकिन उन्हें इस बात का डर दिखाया जा रहा है कि अगर जिला प्रशासन यूं सख्ती से कार्यवाही करेगा तो जल्द ही बाकी भी फंसेगे। इसलिए सभी को संगठित होने की जरूरत है। इतना ही नहीं पूरे प्रदेश के स्कूल संचालक जबलपुर में हुई कार्यवाही से दहशत में हैं, क्योंकि अभी तक तो वे फीस मनमर्जी से बढ़ाते चले आ रहे हैं। पहली बार किसी ने उनकी गर्दन मरोड़ी हैं।
निजी स्कूल वाले फैला रहे भ्रम, कलेक्टर बोले कोई मनाही नहीं
अचानक स्कूलों को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिए जाने के संबंध में जब कारण जानने अभिभावक सुबह स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने उन्हें बताया कि गर्मी के चलते कलेक्टर के आदेशानुसार स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं वहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्पष्ट किया है कि स्कूल न खोलने के पीछे कहीं से कोई मनाही नहीं है न ही इस तरह का आदेश जारी किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने डाले हथियार
क्यों बंद है स्कूल, कोई
नहीं बता रहा
स्कूल चलें हम अभियान के शुभारंभ में शामिल होने पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी से जब प्राईवेट स्कूलों के नहीं खुलने के संबंध में पत्रकारों ने सवाल किए तो वे बचते हुए नजर आए। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि प्राईवेट स्कूलों ने अभी अधिकृत तौर पर कोई सूचना नहीं भेजी है। अगर वे स्कूल नहीं खोलने को लेकर कोई अधिकृत सूचना देंगे तो उन पर आगे की
कार्यवाही की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राईवेट स्कूलों का बचाव करते हुए कहा कि उनका अलग शेड्यूल होता है। वे अपने हिसाब से स्कूल ओपन करते हैं।
इधर, अभिभावक को लामबंद
करने की जुगत
स्कूल संचालकों की माामानी रोकने अभिवभावकों को भी लामबंद करने का प्रयास शुरू हो गया है। सोशल मीडिया में एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें अभिभावकों से शिक्षा माफिया के खिलाफ बुधवार शाम 4 बजे मालवीय चौक पर पूरे परिवार के साथ पहुंचने की अपील की जा रही है।

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