विरंजन सागर मुनिराज ने किया 500 जोड़ों का संस्कार
सृष्टि का नियम है हमेशा भक्त भगवान के दर्शन को जाते हैं पर यह संस्कार एक संस्कार है जहां गुरुदेव स्वयं चलकर श्रावक श्राविकाओ के पास आए है।
विरंजन सागर मुनिराज ने किया 500 जोड़ों का संस्कार
जबलपुर । सृष्टि का नियम है हमेशा भक्त भगवान के दर्शन को जाते हैं पर यह संस्कार एक संस्कार है जहां गुरुदेव स्वयं चलकर श्रावक श्राविकाओ के पास आए है। यह संस्कार सभी की आत्मा का कल्याण मार्ग बनेगा यह बात जनसंत विरंजन सागर जी ने श्रावक श्राविकाओं के संस्कार शिविर में कही।
उन्होंने कहा विवाह हमारी संस्कृति के 16 संस्कारों में श्रेष्ठ संस्कार है। और जब इस संस्कार पर गुरुओं का आशीर्वाद मिल जाता है तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। बड़े ही सौभाग्य के दिन होते हैं जब संत स्वयं चलकर श्राविकाओ का संस्कार करते हैं।
ज्ञात हो कि श्री विद्यासागर भवन लाखा भवन जबलपुर संस्कारधानी में जन संत पूज्य 108 विरंजन सागर जी महाराज द्वारा लगभग 500 श्रावक श्राविकाओं के धार्मिक संस्कार किए गए। इस अवसर पर नगर के करीब 500 जोड़ो ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर मुनि श्री का आशीर्वाद लिया।
मुनि श्री ने कहा यह संस्कार किसी संत के द्वारा प्राप्त होना सौभाग्य से मिलता है। इस संस्कार को ग्रहण कर कर आप अपने जीवन में बुरे कार्यों का त्याग कर धार्मिक राह से जुड़े ऐसा आशीर्वाद है। इस अवसर पर पूज्य आचार्य श्री विराग सागर जी महामुनिराज का चित्र अनावरण, द्वीप प्रज्वलन कर भक्तो ने पूज्य गुरुदेव का पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट किया गया इस आयोजन में जबलपुर ही नहीं पूरे मध्य प्रदेश से श्रद्धालु जन ने भाग लिया।
जबलपुर स्थित समस्त दिगंबर जैन महिला परषिद् की उपस्थिति
मुनिराज 108 विरंजन सागर की उपस्थिति में सकल जैन समाज महिला मंडलों की उपथिति देखी गई। इस कार्यक्रम में नन्हें जैन मंदिर चार्तुमास कमेटी, शास्नोदय मुनिसुव्रतनाथ महिला परिषद् हनुमानताल, जुडी तलैया महिला परिषद, आदिनाथ दिगंबर जैन महिला परिषद दरहाई, ड्योडिया मंदिर महिला परिषद्, महिला परिषद् मिलौनीगंज, त्रिशला माता जैन महिला परिषद मढिया जी, सुभाष नगर महिला मंडल, शास्त्री नगर महिला मंडल ने हिस्सा लिया और मुनिराज के समक्ष प्रण किया कि जिन शासन की प्रभावना जोर शोर से करेगी और साधु परमेष्ठी की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगी।