स्टेडियम में गरबे की परमिशन दी किसने

राइट टाउन स्टेडियम में गरबा होने की सूचना से कांग्रेसी भड़के,अफसरों को लिया आड़े हाथ,बोले, आंदोलन करेंगे

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जबलपुर। केवल खिलाड़ियों के लिए आरक्षित माना जाने वाले राइट टाउन स्टेडियम में जब गरबा होने की खबर मिली तो रविवार को कांग्रेसी भड़क उठे। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों से पूछा कि वे ये बताएं कि इस खेल मैदान में गरबा होने की परमिशन कैसे दी गयी और किसने दी। कांग्रेसियों ने कहा कि यदि इस मैदान में गरबा हुआ तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा। नाराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के अफसरों की मिलीभगत से इस ग्राउंड को गरबे के लिए दिया गया है और प्रतिभागियों से फीस भी ली जा रही है,जिसका उनके पास सबूत है।

-अग्निबाण ने किया था खुलासा

उल्लेखनीय है दैनिक अग्निबाण से सबसे पहले इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित कर उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया था,लेकिन इसके बाद भी जब अधिकारी नहीं जागे तो कांग्रेसियों ने आंदोलन कर राइट टाउन में गरबे की इजाजत पर आपत्ति दर्ज कराई। पोस्टर और बैनरों की जानकारी के अनुसार,इस मैदान में 9 अक्टूबर को गरबा आयोजित किया जाएगा।

 

-सारे नियम-कायदों को तिलांजलि

कुछ सालों पहले राइट टाउन स्टेडियम व शिवाजी मैदान सदर में खेलों के अलावा अन्य गतिविधियां संचालित होने पर उच्च न्यायालय में दायर की गयी याचिका पर सुनवाई करते हुये हाईकोर्ट ने एक गाइडलाइन देते हुये कहा था कि इस मैदान में खेलों से जुड़े कार्यक्रम ही होने चाहिए। इस गरबे के आयोजन से

कोर्ट की अवमानना भी निश्चित तौर पर हो रही है। बहुत संभव है कि अधिकारियों को कोर्ट के दिशा-निर्देश न मालूम हों,लेकिन कम से कम उन्हें खेलने वालों के दर्द का एहसास तो होना ही चाहिए। बहुत खोजबीन के बाद केवल ये पता चल सका है कि गरबे की आयोजक कंपनी पुणे की है,लेकिन उसका नाम और पता क्या है, ये कोई नहीं जानता या फिर बताना नहीं चाहता। कंपनी को गरबे की परमिशन किसने दी और परमिशन देने वाले अधिकारी को क्या ये पता था कि परमिशन दी जा सकती है या नहीं। इस स्टेडियम में फुटबॉल के अलावा टेबल टेनिस, बैडमिंटन, जैसे खेल खेले जा सकते हैं। इन्हीं ं खेलों के टूर्नामेंट का भी आयोजन हो सकता है, लेकिन नियम है कि  खेल के नाम पर अन्य कोई खेल या आयोजन नहीं हो सकता। यहां तक कि क्रिकेट मैच खेलना भी नियम के हिसाब से प्रतिबंधित है। क्रिकेट के लिए विशेष अनुमति दी जाती है,लेकिन केवल दिन में। गरबे के आयोजक ने इस सार्वजनिक खेल मैदान का प्रचार अपने फ्लैक्स में इस कदर किया है मानो ये उसकी निजी संपत्ति हो। प्रचार माध्यमों से बताया गया है कि गरबे के दौरान इंटरटेनमेंट और इंज्वॉयमेंट के सारे साधन मौजूद रहेंगे।

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