विश्व हिंदी दिवस आयोजित

भाषा ही संस्कृति की संवाहक होती है और हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है और हमें पहचान प्रदान करती है है।

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विश्व हिंदी दिवस आयोजित

भाषा ही संस्कृति की संवाहक होती है और हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है और हमें पहचान प्रदान करती है है।” उपर्युक्त उद्‌गार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं महाविद्यालय के उप -प्राचार्य डॉ. कलोल दास द्वारा व्यक्त किए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में डॉ. विश्वास पटेल एवं डॉ. रीता चौहान की उपस्थिति रही। संत अलॉयसियस स्वशासी महाविद्यालय, जबलपुर के हिंदी विभाग द्वारा ‘विश्व हिंदी दिवस’ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. फा. जे. बेन एंटोन रोस के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री प्रियंका एवं समूह द्वारा हिंदी गीत गायन से किया गया। तत्पश्चात बी. ए. षष्ठ सेमेस्टर के छात्र मयंक प्रकाश द्विवेदी द्वारा हिंदी कविता पाठ किया गया। बी.ए. षष्ठ सेमेस्टर की छात्रा मानशी राय ने छात्र प्रतिनिधि के रूप में भाषण प्रस्तुत किया। बी.ए. चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों विकास विश्वकर्मा एवं शैलेश उइके के द्वारा हिंदी से जुड़े रोचक तथ्य प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष हिंदी डॉ. रामेन्द्र प्रसाद ओझा का उद्बोधन इस प्रकार था कि ” हिंदी से हम सभी का अस्तित्व है. यह हमारी आत्मीयता एवं हमारी अनुभूति का प्रतीक है. यदि हमें अपने अस्तित्व को बनाए रखना है तो अपनी भाषिक श्रेष्ठता को पहचानना आवश्यक है।” कार्यक्रम को सफल बनाने में उपप्राचार्य डॉ. कैरोलिन सैनी, डॉ. रीना थॉमस, डॉ. अभिलाषा शुक्ला का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन सुश्री लक्ष्मी एवं सुश्री सोनम अहिरवार तथा धन्यवाद ज्ञापन सुश्री आर्या अग्रवाल द्वारा किया गया।

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