चालीसा व्रत महोत्सव में जल ज्योति की पूजा
झूलेलाल मंदिर में प्रतिदिन हो रहे विभिन्न आयोजन
चालीसा व्रत महोत्सव में भगवान श्री झूलेलाल जी पूजन अर्चन किया जिसमे सर पर पूजा की थाली रख कर परिक्रमा की गई ।पूजा की थाली में स्वस्तिक, ओम,नवग्रह,पूज्य बहराणा साहब का आहवान कर पूजन किया गया।
प्रवचन में स्वामी अशोकनन्द महाराज जी ने बताया दया धर्म का मूल है।पाप मूल अभिमान तुलसी दया न छोड़िए जब लग घट में प्राण अर्थात दया ही धर्म का मूल सिद्धांत है पाप का मूल सिद्धांत अभिमान है। सभी अपने मे दया का भाव रखे ।
चालीसा व्रत पूजन में स्वामी प्रदीप महाराज जी के द्वारा प्रात 9 बजे पूज्य बहराणा साहिब,जल ज्योति की पूजन, साथ भगवान श्री झूलेलाल जी का अभिषेक,आरती पल्लव के साथ मंदिर परिसर के गर्भगृह में कुंड में दीपदान किया गया।
जिनने पूजन अर्चन किया-महिला मंडल-श्री मति करिश्मा शर्मा, भक्ति शर्मा,मनीषा रोहाणी, ममता शर्मा, वृन्दा शर्मा, द्रोपती पारवानीन,नीतू रोहाणी,ममता कुकरेजा, सपना कन्धारी, अनिता भटिया,वेदिका रतलानी,सीमा भाटिया, पिंकी ज्ञानचंदानी,काजल खेमानी, रितु वासवानी, सोनी वासवानी,विमला जगवानी आदि सभी शामिल हुई।